राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद

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राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद युवाओं में पर्यावरण चेतना जगाने का काम करेगी।

जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण प्रदूषण, जैव विविधता की हानि, प्राकृतिक संसाधनों का अनियंत्रित दुरुपयोग, मानव निर्मित आपदाएं जब आज दुनिया भर में न केवल चर्चा का विषय बन रहे हैं अपितु दुनिया के लगभग हर देश और समूह को प्रभावित भी करने लगे हैं। आज विश्व की अनेक संस्थाएं इन विषयों पर समय-समय पर रिपोर्ट्स जारी कर जन चेतना का आग्रह कर रही हैं। सरकारों, संस्थाओं से जी20, COP जैसे सम्मेलनों के माध्यम से नियंत्रित उपभोग को बढ़ावा देने, जलवायु परिवर्तन से प्रभावित देशों को आर्थिक सहायता देने, जीवाश्म ईंधन का उपयोग करने की बातें कर रहीं हैं लेकिन कहीं न कहीं विश्व समुदाय के तथाकथित मुखिया देश अपने स्वार्थ से उपर आकर विश्व कल्याण के मार्ग को अपनाने में अपना हित नहीं समझ रहे जिसका परिणाम पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा है।

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At Central University of Gujarat

 

इन सम्मेलनों में एक बात जो प्रमुखता से पूरी दुनिया ने स्वीकार की है। यह भी है कि इन सब समस्याओं का अगर समाधान है तो वह समाधान भारत के पास है। भारत का इतिहास, संस्कृति, जीवन शैली इन नए जमाने की समस्याओं का समाधान रखते हैं ऐसा दुनिया आज मानने लगी है। माता भूमि: पुत्रोहम प्रथिव्या।। ये केवल कोई संस्कृत का श्लोक मात्र नहीं अपितु दुनिया भर की पर्यावरण की समस्याओं के समाधान का केंद्र बिंदु बना हुआ है ऐसा आज दुनिया में स्थापित हो रहा है।

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गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर शिकागो के उसी हाल में जहां स्वामी विवेकानंद ने प्रसिद्ध विश्वविजयी भाषण किया था एक बार भाषण करते हुए कहते हैं कि, "हमारे भारत में लोकतंत्र किताबों से नहीं अपितु जंगल से आया है। हमने प्रकृति से लोकतंत्र सीखा है।" आज विश्व जब भारत को समाधान की दृष्टि से देख रहा है तो भारत का युवा और लोकतंत्र ये दो बातें समाधान में कैसे सहभागी होंगी इस बात को ध्यान में रखकर विकासार्थ विद्यार्थी ने पर्यावरण संरक्षण गतिविधि,भारत सरकार के पर्यावरण एवम जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा अनेक संस्थाओं के सहयोग से राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2024 का आयोजन नागपुर में करने का तय किया है। विकासार्थ विद्यार्थी छात्र को कल का नहीं अपितु आज का ही नागरिक मानता है तो हमारा दृढ़ विश्वास है कि आज पर्यावरण की समस्याओं का सार्थक समाधान भारत की शिक्षा परिसरों से युवाओं के माध्यम से ही निकलेगा और इस बात को प्रमाणित करते अनेक उदाहरण भी हम सब लोगों के ध्यान में हैं।

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आज के समय में जब Common Sense यह बड़ा प्रचलित शब्द है और इससे मिलते जुलते अनेक शब्दों का प्रचलन और प्रयोग अलग-अलग समूहों में बढ़ रहा है तब Environmetal Sense यानी पर्यावरण चेतना यह छात्रों के मध्य जागृत हो इस बात को ध्यान में रखते हुए Pryavran Chetna: Nurturing green Youth leadership For Sustainable Future विषय पर 10-11 फरवरी 2024 को नागपुर में NEYP 2024 का आयोजन किया जा रहा है।

 

इस NEYP के संदर्भ में देशभर के 203 विश्वविद्यालयों के माध्यम से सितंबर माह में 2,000 से अधिक महाविद्यालयों में 40,000 से अधिक विद्यार्थियों के माध्यम स्टूडेंट्स पार्लियामेंट आयोजित की गईं जिनके माध्यम से पर्यावरणीय लोकतंत्र पर चर्चा और पर्यावरण की स्थानीय समस्याओं कर परिसरों में सार्थक विमर्श स्थापित हुआ। अक्टूबर-नवम्बर के माह में दूसरे चरण में सभी 203 विश्वविद्यालयों में चुने हुए प्रतिभागियों के मध्य प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ जिसमें से 2,000 छात्र छात्राओं का चरण Regional स्तर के तीसरे चरण के लिए किया गया ये क्षेत्र स्तर के 10 चरण की प्रतियोगिता दिसंबर के माह में आयोजित की गईं। जनवरी में NEYP 2024 के लिए अंतिम रूप से चयनित विद्यार्थियों का अलग-अलग समूह में मेंटर्स के माध्यम से आभासी माध्यम से प्रशिक्षण किया गया है। इसके बाद ये सभी प्रतिभागी नागपुर में आयोजित होने वाले NEYP 2024 में लोकतांत्रिक आधार पर्यावरण की समस्याओं के समाधान क्या हो सकते हैं इस पर चर्चा के लिए आयेंगे। इस कार्यक्रम में देशभर के SFD के प्रांतों के कार्यकर्ता, विद्यार्थी परिषद के प्रमुख पदाधिकारी तथा प्रसिद्ध पर्यावरणविद सहभाग करेंगे।

 

 -- मयूर जव्हेरी, राष्ट्रीय संयोजक विकासार्थ विद्यार्थी

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Submitted by spcrunch on Thu, 02/22/2024 - 11:02

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आज के समय में जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता की हानि, और प्राकृतिक संसाधनों का अनियंत्रित उपयोग जैसे विषयों पर चर्चा हो रही है। इससे हर देश और समूह प्रभावित हो रहे हैं। विभिन्न संस्थाएं और सम्मेलन इन मुद्दों पर जानकारी और जागरूकता बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। हालांकि, कुछ लोग अपने स्वार्थ को महत्वपूर्ण मानकर विश्व कल्याण के मार्ग में सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिससे पूरी दुनिया को नुकसान हो रहा है या जानकारी के लिए क्लिक करें